
बिहार प्रांतीय खेतिहर मजदूर यूनियन, बिहार राज्य खेत मजदूर यूनियन एवं बिहार राज्य खेत एवं ग्रामीण मजदूर सभा दरभंगाकी संयुक्त बैठक
1बिहार प्रांतीय खेतिहर मजदूर यूनियन : बिहार प्रांतीय खेतिहर मजदूर यूनियन, बिहार राज्य खेत मजदूर यूनियन एवं बिहार राज्य खेत एवं ग्रामीण मजदूर सभा दरभंगाकी संयुक्त बैठक अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ विश्राम कार्यालय में संपन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता मजदूर नेता अविनाश कुमार ठाकुर मंटू ने की।
जिस में खेत मजदूरों के समस्याओं का समाधान के लिए जैसे;-शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार,मजदूरी, आवासीय जमीन,आवास,जन कल्याणकारी योजनाओं में भ्रष्टाचार, बेदखली, उत्पीड़न, आदि। एक सशक्त आंदोलन विकसित करने हेतु बैठक को संबोधित करते हुए दरभंगा जिला खेतिहर मजदूर यूनियन के जिला मंत्री व पैक्स अध्यक्ष दिलीप भगत ने कहा कि केरल की बामपंथी सरकार खेत मजदूरों को 1500/-पछत्तर साल से ऊपर के व्यक्ति को 1700/- महीना सामाजिक सुरक्षा पेंशन देती है।जिसे बढ़ाकर 2500/- और 3000/- करने का निर्णय लिया है।
जबकि बिहार में 400/-और 500/- महीना हीं है। वहां न्यूनतम मजदूरी 750/-रुपया है जो मनरेगा में भी राज्य सरकार अपनी ओर देती है। जबकि बिहार में 254/-रुपया कृषि में और मनरेगा में मात्र 194/-रुपया मिलता है। केरल में एक भी परिवार आवासीय जमीन और सुसज्जित आवास विहीन नहीं है। केरल में अनुसूचित जाति जनजाति, महिलाओं और अल्पसंख्यकों का जाति, धर्म और लिंग के आधार पर उत्पीड़न नहीं होता है।सबके लिए समान,उत्कृष्ट एवं आधुनिक सुसज्जित, सुव्यवस्थित, सरकारी विद्यालय एवं शिक्षक है।
ग्राम स्तर पर बेहतर मुफ्त स्वास्थ्य की सुविधा उपलब्ध है। जो केन्द्र सरकार के नीति आयोग की रिपोर्ट से भी पता चलता है कि केरल आज शिक्षा, स्वास्थ्य, गरीबी उन्मूलन और विकास के मामले में देश में अव्वल है। जबकि बिहार हर मामले में फिसड्डी है और देश में सबसे निचले पायदान पर है। बिहार में सबसे ज्यादा 52%गरीब हैं तो केरल में मात्र 0.71% है। बिहार में खेत मजदूर – गरीब सरकार के प्राथमिकता सूची में नहीं है। यहां जो कुछ भी गरीबों के नाम पर थोड़ा फण्ड आवंटन भी होता है वह केवल लूट लिया जाता है।
इसलिए केरल कि तरह सुविधा हासिल करने तथा अपनी समस्याओं को सरकार के प्राथमिकता सूची में शामिल कराने के लिए किसान आन्दोलन की तरह जाति, धर्म और क्षेत्र को छोड़कर, संगठित होकर जुझारू और निर्णायक संघर्ष छेड़ना होगा। अन्ततः मजदूर संगठनों कीजीत होगी।
बैठक को बिहार राज खेत मजदूर यूनियन के विश्वनाथ मिश्र ने खेत मजदूरों के समस्याओं,मांगों एवं आगामी कार्यक्रमों से संबंधित प्रस्ताव प्रस्तुत किया। जिसमें 17 जनवरी को महा संघ भवन लहेरिया सराय में जिला स्तरीय कन्वेंशन किया जाएगा। ,खेग्रामस के उपाध्यक्ष बैजनाथ यादव, मोहम्मद जमालुद्दीन एवं विनोद सिंह ने संबोधित किया।
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