Bihar News: विधानसभा मार्च में भाजपा नेता की हृदय रोग से हुई मौत; पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर अब भाजपा क्या करेगी…
Patna News : विधानसभा मार्च के दौरान हुई भाजपा नेता विजय सिंह की मौत मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। पटना पुलिस ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर यह दावा किया है कि भाजपा नेता विजय सिंह की मौत लाठीचार्ज के कारण नहीं हुई थी। सारे आरोप निराधार हैं।
भाजपा नेता विजय कुमार सिंह की मौत लाठीचार्ज से नहीं हुई थी। उनकी जान हृदय रोग और इससे जुड़ी जटिलता के कारण गई थी। पटना जिला प्रशासन ने यह खुलासा किया है। इस आधार पोस्टमार्टम रिपोर्ट को बनाया गया है।
पटना के डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह के आदेश पर पोस्टमार्टम के लिए बनाई टीम PMCH के तीन डॉक्टरों की टीम ने अपनी रिपोर्ट पटना जिला प्रशासन को सौंप दी। प्रशासन के अनुसार, मौत के कारण जानने के लिए PMCH की ओर से हिस्टो पैथोलॉजिकल जांच भी हुई। इतना ही नहीं पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी भी करवाई गई थी।
जांच रिपोर्ट में यह पाया गया कि भाजपा के जहानाबाद के जिला महमंत्री विजय कुमार सिंह की मौत हृदय रोग के कारण हुई। भाजपा नेताओं द्वारा लगाए गए आरोप निराधार हैं।
भाजपा ने चार सदस्यीय केंद्रीय जांच टीम पटना भेजी थी
बता दें कि नई शिक्षक नियमावली के विरोध, उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को चार्जशीट के आधार पर सरकार से हटाने जैसे कई मुद्दों पर 13 जुलाई को पटना में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के विधानसभा पैदल मार्च के दौरान पुलिस ने जमकर लाठीचार्ज किया था। इस घटना की जांच के लिए भाजपा ने चार सदस्यीय केंद्रीय जांच टीम पटना भेजी थी।
टीम ने पूरी जांच करने के बाद बुधवार को ही भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा को अपनी रिपोर्ट सौंपी थी।
समर्थकों को कमर के ऊपर लाठीचार्ज किया गया
जांच कमिटी के संयोजक और झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुबर दास ने बाकी तीनों सदस्य सांसदों मनोज तिवारी, विष्णु दयाल राम और सुनीता दुग्गल के साथ बुधवार को जेपी नड्डा से मुलाकात कर अपनी पूरी रिपोर्ट सौंपी थी।
इस रिपोर्ट में बताया गया है कि पुलिस मैनुअल को दरकिनार कर भाजपा नेताओं, कार्यकर्ताओं और समर्थकों को कमर के ऊपर लाठीचार्ज किया गया। सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल समेत ज्यादा चोटिल लोगों के नाम के साथ उनकी हालत की जानकारी देते हुए उनकी आंखों देखी बातों के आधार पर जांच रिपोर्ट में यह भी लिखा गया है कि पुलिस पहले ही यह मंशा बनाकर बैठी थी कि उन्हें भाजपा के इस शांतिपूर्ण मार्च के दौरान नेताओं, कार्यकर्ताओं और समर्थकों को घेरकर पीटना है।