Captain Amarinder Singh: भाजपा के होंगे कैप्टन अमरिंदर, 19 को लेंगे पार्टी की सदस्यता, पीएलसी का भी होगा विलय
Captain Amarinder Singh: भाजपा के होंगे कैप्टन अमरिंदर, 19 को लेंगे पार्टी की सदस्यता, पीएलसी का भी होगा विलय
पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने विधानसभा चुनाव से कुछ समय पहले कांग्रेस छोड़ दी थी और अपनी अलग पार्टी बना ली थी। वे भाजपा के साथ गठबंधन में पंजाब विधानसभा चुनाव में उतरे थे।
पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह 19 सितंबर को भाजपा में शामिल होंगे। कैप्टन अपनी पार्टी पंजाब लोक कांग्रेस का भी भाजपा में विलय करेंगे। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पंजाब विधानसभा चुनाव- 2022 से ठीक पहले कांग्रेस से जुदा होकर नई पार्टी का गठन किया था।
पीएलसी और भाजपा के सूत्रों के अनुसार, इस विलय के बाद भाजपा कैप्टन को पंजाब में बड़ी जिम्मेदारी दे सकती है। यह भी माना जा रहा है कि भाजपा 2024 के लोकसभा चुनाव और उसके बाद पंजाब विधानसभा चुनाव में कैप्टन को मुख्य चेहरे के रूप में प्रस्तुत कर लोकसभा की 13 और विधानसभा की सभी 117 सीटों पर अकेली उतरेगी।
गौरतलब है कि कैप्टन ने कांग्रेस छोड़ने के बाद अलग पार्टी पीएलसी का गठन किया था लेकिन 2022 के पंजाब विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी कोई कमाल नहीं दिखा सकी, हालांकि पीएलसी भाजपा के साथ गठबंधन में चुनाव में उतरी थी। पीएलसी एक भी सीट हासिल नहीं कर सकी और कैप्टन स्वयं पटियाला से चुनाव हार गए।
अपनी पार्टी का गठन करते समय कैप्टन का दावा था कि प्रदेश के अनेक कांग्रेस नेता उनकी पार्टी में शामिल होंगे लेकिन इसके विपरीत कांग्रेस छोड़ने वाले सभी नेता पीएलसी के बजाय भाजपा में शामिल होने लगे। इनमें राणा गुरमीत सिंह सोढी और फतेहजंग बाजवा का नाम शामिल है। यह सिलसिला विधानसभा चुनाव के बाद भी जारी रहा। सुनील जाखड़, राजकुमार वेरका, बलबीर सिद्धू, सुंदर शाम अरोड़ा, गुरप्रीत सिंह कांगड़, केवल सिंह ढिल्लो जैसे दिग्गज कांग्रेस नेताओं ने कैप्टन की पीएलसी के बजाय भाजपा का दामन थामा।
पंजाब में भारतीय जनता पार्टी संगठन विस्तार करने जा रही है। संगठन में कई बड़े और नए चेहरे जगह मिलेगी। राज्य कोर कमेटी, जिला समितियों समेत विभिन्न मोर्चों में भी फेरबदल होगा। प्रदेश अध्यक्ष अश्वनी शर्मा का भी तीन साल का कार्यकाल जनवरी में समाप्त हो रहा है। ऐसे में लोकसभा चुनाव 2024 को देखते हुए आने वाले दिनों में प्रदेश भाजपा नेतृत्व में बदलाव होना तय है।
पार्टी में यह बदलाव मध्य सितंबर तक किया जाना सुनिश्चित हुआ है। इस बदलाव की बड़ी वजह यह भी बताई जा रही है कि इससे पहले पार्टी लगभग तीन दशकों से सिर्फ तीन लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ रही थी। अब उसका ध्यान 2024 के लोकसभा चुनाव पर है। वह राज्य की सभी 13 लोकसभा सीटों पर अकेले ही चुनाव लड़ेगी।
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