निम्न वर्षापात को लेकर मुख्य सचिव ने की बैठक
दरभंगा :— सुबे में निम्न वर्षापात के कारण खरीफ फसल के अच्छादन में अपेक्षित उपलब्धि नहीं होने के कारण बिहार सरकार के मुख्य सचिव आमिर सुबाहनी की अध्यक्षता में खरीफ फसलों का शत्-प्रतिशत् अच्छादन करवाने को लेकर कृषि विभाग के सचिव एन श्रवणन, आपदा विभाग के सचिव संजय अग्रवाल एवं सभी जिलाधिकारी के साथ समीक्षा बैठक की गयी।
बैठक में आपदा विभाग के सचिव ने बताया कि 31 जुलाई तक हुई वर्षा के प्रतिवेदन के अनुसार विगत वर्ष की तुलना में 36 प्रतिशत कम वर्षा हुई है, लेकिन अनेक जिलों से प्राप्त दैनिक प्रतिवेदन के अनुसार अब प्रतिदिन वर्षा हो रही है।
उन्होंने कहा कि जुलाई माह में कम वर्षा होने की वजह से खरीफ फसल जिसमें मुख्यतः धान, मक्का, अरहर की रोपनी में कमी आयी है। उन्होंने कहा कि दक्षिण बिहार में 15 अगस्त तक धान रोपनी की जाती है तथा उत्तर बिहार में 07 से 08 अगस्त तक धान की रोपनी होती है।
कृषि सचिव ने कहा कि विगत सप्ताह से हो रही वर्षा को देखते हुए उम्मीद है कि शत्-प्रतिशत् फसल का अच्छादन हो पायेगा। धान रोपनी हेतु किसानों को सिंचाई की सुविधा प्रदान करते हुए अति निम्न दर पर कृषि फीडर से बिजली आपूर्ति की जा रही है। साथ ही 29 जुलाई से 31 अक्टूबर तक के लिए किसानों को तीन सिंचाई के लिए 60 रूपये प्रति लीटर डीजल की दर से 600 रूपये प्रति एकड़ प्रति सिंचाई डीजल अनुदान दिया जाएगा।
धान का बिचड़ा एवं जुट फसल के लिए अधिकतम दो सिंचाई के लिए 1200 रूपये प्रति एकड़ तथा खड़ी फसल में धान, मक्का, दलहन, तिलहन, मौसमी सब्जी, औषधिय एवं सुगन्धित पौधों के लिए अधिकतम तीन सिंचाई के लिए 1800 रूपये प्रति एकड़ देय होगा।
उन्होंने कहा कि यह अनुदान सभी प्रकार के किसानों को प्रति किसान अधिकतम 08 एकड़ सिंचाई के लिए दिया जाएगा। इसमें रैयत एवं गैर रैयत दोनों प्रकार के किसान, जो वास्तविक जोतदार होंगे को देय होगा।
गैर रैयत किसान को वार्ड सदस्य एवं कृषि समन्वय संयुक्त हस्ताक्षर से प्रमाणित करेंगे। इस योजना का लाभ कृषि विभाग के डी.बी.टी. पोर्टल में ऑनलाईन पंजीकृत किसानों को ही दिया जाएगा।
कहा कि किसानों को कृषि विभाग के वेबसाइट पर दिये गए लिंक DBT In Agriculture पर या LINK पर डीजल अनुदान के लिए आवेदन करना होगा।
बैठक में बताया गया कि कृषि फिडरों को प्रतिदिन कम से कम 16 घंटे विद्युत आपूर्ति करने का निर्देश दिया गया है।
इसके अतिरिक्त जिन जिलों में वर्षापात कम होगी, उनके लिए आकस्मिक फसल योजना के तहत 12 फसलों यथा – अल्पावधि धान (प्रमाणित), मक्का (संकर), अरहर, उड़द, सरसों (अगात), मटर (अगात), भिन्डी, मूली, कुल्थी, ज्वार एवं बरसीम में से जिले के लिए आवश्यक बीज की आपूर्ति एवं वितरण निर्धारित वित्तीय सीमा के अन्तर्गत किया जाएगा।
दरभंगा जिला से जिलाधिकारी राजीव रौशन ने बताया कि इस वर्ष बारिश कम हुई है, कुल 29 प्रतिशत् वर्षा में बिचलन पाया गया है। कुछ प्रखण्डों में 25 से 30 प्रतिशत् फसल अच्छादन हो पाया है, लेकिन कुछ प्रखण्डों में स्थिति बेहतर है।
उन्होंने कहा कि कहीं-कहीं शत-प्रतिशत फसल अच्छादन हुआ है, अभी तक जिले में खरीफ फसल का अच्छादन 55 प्रतिशत् हुआ है। उन्होंने कहा कि दरभंगा में कृषि फीडरों को 16 घंटे बिजली प्राप्त हो रही है। यदि वर्षा होती रही है, तो इस सप्ताह में 90 प्रतिशत् तक फसल अच्छादन हो सकता है।
दरभंगा में डीजल अनुदान के लिए अबतक 128 आवेदन प्राप्त हुए हैं, जिनका निष्पादन किया जा रहा है। दरभंगा जिला के लिए वैकल्पिक कृषि योजना भी तैयार है।
बैठक में उप विकास आयुक्त अम्रिषा बैंस, संयुक्त कृषि निदेशक चन्द्रशेखर सिंह, उप निदेशक, जन सम्पर्क नागेन्द्र कुमार गुप्ता, जिला कृषि पदाधिकारी संजय कुमार सिंह, जिला आपदा प्रभारी सत्यम सहाय, परियोजना निदेशक, आत्मा पूर्णेन्दु नाथ झा सहित कार्यपालक अभियंता, लघु सिंचाई, विद्युत एवं अन्य उपस्थित थे।
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