Bihar Politics जातिगत जनगणना को लेकर बिहार की राजनीति हुई गर्म भाजपा के वरिष्ठ नेता और बिहार सरकार के मंत्री बोले- तेजस्वी के इशारे पर नहीं चलेगी सरकार कहा- जनता की मर्जी के हिसाब से लिया जाएगा फैसला
राज्य ब्यूरो, पटना। Caste Census in Bihar: बिहार में जाति जनगणना के मसले पर राजनीतिक तल्खी बढ़ते ही जा रही है। भाजपा के वरिष्ठ नेता और राज्य के कृषि मंत्री अमरेंद्र प्रताप सिंह ने गुरुवार को जातिगत जनगणना लेकर दो टूक कहा कि सरकार नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के इशारे पर नहीं चलेगी। अमरेंद्र भाजपा प्रदेश मुख्यालय में सहयोग कार्यक्रम के बाद मीडिया से बात करे थे। उन्होंने कहा कि एनडीए सरकार की प्राथमिकता जनता है और जनता के इशारे पर ही सरकार चल रही है।
मंत्री ने कहा कि जातिगत जनगणना पर केंद्र सरकार बहुत पहले अपना पक्ष स्पष्ट कर चुकी है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार बहुत पहले कह चुकी है कि कोई भी राज्य सरकार चाहे तो अपने स्तर पर जातिगत जनगणना करा सकती है। कृषि मंत्री ने मीडिया से विभाग द्वारा किसानों के हित में संचालित योजनाएं और उलब्धियां भी गिनाईं।
सहयोग कार्यक्रम में विभिन्न जिलों से आए लोगों के समस्या समाधान के लिए तत्काल अधिकारियों को निर्देश दिए। आपको बता दें कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जाति जनगणना के मसले पर तेजस्वी यादव को बुलाकर उनसे मुलाकात की थी।
राज्य ब्यूरो, पटना : बिहार भाजपा के अध्यक्ष डा. संजय जायसवाल ने गुरुवार को जारी बयान में आतंकी यासीन मलिक के अदालत में अपराध कबूलने के बाद कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से जवाब मांगा है।
उन्होंने कहा कि आतंकी यासीन मलिक के अपने नृशंस अपराधों के कबुलनामे के बाद प्रसिद्द कवि व गीतकार प्रदीप के लिखे गीत ‘कोई लाख करे चतुराई करम का लेख मिटे न रे भाई’ के यह बोल आज फिर से मौजूं हो चले हैं।
उन्होंने लिखा कि वायुसेना के अधिकारियों समेत न जाने कितने मासूमों को मौत के घाट उतार देने वाले इस शख्स ने कितने घर बर्बाद किए होंगे, कितनी माताओं की कोख सूनी की होगी और कितनों के सुहागों को छीना होगा, इसकी वास्तविक जानकारी शायद इसे भी नहीं होगी।
Source : Jagran.com
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