Bihar: नामचीन मोबाइल कंपनी के एग्जीक्यूटिव मैनेजर सौरभ सुमन का पटना जंक्शन से अचानक गायब हो गया है। उनके मोबाइल से परिवारवालों से 25 लाख रुपए की फिरौती मांगी गई है, नहीं देने पर शरीर के सारे अंग निकाल लेने की धमकी दी गई है।
NMCH के डॉक्टर का 6 दिन बीत जाने के बावजूद पता नहीं चल पाया है। इधर, एक नामचीन मोबाइल कंपनी के एग्जीक्यूटिव मैनेजर सौरभ सुमन का पटना जंक्शन से अचानक गायब हो गया है। उनके मोबाइल से परिवारवालों से 25 लाख रुपए की फिरौती मांगी गई है, नहीं देने पर शरीर के सारे अंग निकाल लेने की धमकी दी गई है। सोमवार को पटना जंक्शन स्थित रेल थाने में परिजनों ने FIR दर्ज करवाई है। घटना के बाद से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। परिजन अपहरण की आशंका जता रहे हैं।
पैसे के लेनदेन की बात सामने आ रही है
इस मामले में प्रभारी रेल एसपी प्रमोद कुमार मंडल ने बताया है कि सौरव सुमन मामले में FIR दर्ज कर ली गई है। पैसे के लेनदेन की बात सामने आ रही है। कॉल डिटेल खाना ले जा रहे हैं। कुछ लोगों से पूछताछ की जा रही है। परिवार वालों से भी जानकारी ली जा रही है। मामले में आगे की कार्रवाई की जा रही है। दरअसल, सौरभ सुमन बांका के अमरपुर थाना इलाके के महादेवपुर गांव के रहने वाले हैं। मोबाइल कंपनी में जॉब लगने के बाद वह भागलपुर में कार्यरत थे। वहां अपनी पत्नी और दो बच्चे के साथ रहते थे। मां सरिता देवी भी भागलपुर में ही शिक्षिका हैं। सौरभ सुमन के छोटे भाई सुमितानंद CISF के जवान हैं और धनबाद में उनकी पोस्टिंग है।
25 लाख रुपये सौरभ सुमन के खाते में भेज दो
परिजनों का कहना है कि सौरभ 3 मार्च को कंपनी के ही काम से पटना आए थे। वह एग्जीबिशन रोड के एक होटल में ठहरे। 4 मार्च को मीटिंग खत्म करने के बाद रात में भागलपुर जाने के लिए पटना जंक्शन पहुंचे। पत्नी को वीडियो कॉल कॉल किया और कहा कि कुछ दिन में ट्रेन खुलने वाली है, मैं सुबह तक पहुंच जाऊंगा। इसके बाद पत्नी ने रात 10:45 में कॉल किया तो उनका फोन बंद आया। 24 घंटे बाद यानी 5 मार्च की रात 10:45 में सौरभ सुमन की मां सरिता देवी के मोबाइल पर सुमन के ही मोबाइल से मैसेज आया। यह मैसेज व्हाट्सएप पर आया था। मैसेज में कहा गया था कि अगर बेटा चाहिए तो 2 दिन में 25 लाख रुपये सौरभ सुमन के खाते में भेज दो। अगर कोई चालाकी की तो बेटा नहीं मिलेगा। अगर इस मैसेज को कहीं भी किया तो बेटे के शरीर का सारा अंग निकाल कर बेच देंगे। इससे ज्यादा पैसा मिल जाएगा। अब तुम लोगों के हाथ में है कि बेटा चाहिए या पैसा 2 दिन का समय दे रहा हूं। 2 दिन के बाद कहानी खत्म हो जाएगा। मैसेज पढ़ते ही परिवार वाले घबरा गए और फौरन पटना पहुंचे 2 दिन तक रेल पुलिस के पास केस दर्ज करने के लिए चक्कर काटते रहे। इसके बाद रेल आईजी के निर्देश केस दर्ज हो पाया।