जनरल बिपिन रावत : देश के पहले चीफ आफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत एवं उनकी पत्नी मधुलिका रावत समेत 13 लोगों की हेलिकॉप्टर हादसे में हुई असामयिक मौत पर विद्यापति सेवा संस्थान ने वृहस्पतिवार को शोक जताया।
संस्थान की ओर से शोक संवेदना व्यक्त करते हुए महासचिव डॉ बैद्यनाथ चौधरी बैजू ने जनरल रावत के असामयिक निधन को अपूर्णीय क्षति बताते कहा कि बिपिन रावत एक उत्कृष्ट सैनिक थे. उन्होंने हमारे सशस्त्र बलों और सुरक्षा तंत्र के आधुनिकीकरण में बेहतरीन योगदान दिया. सामरिक मामलों में असाधारण दृष्टिकोण के लिए वे हमेशा याद किए जाएंगे.
मैथिली अकादमी के पूर्व अध्यक्ष पं कमलाकांत झा ने कहा कि जनरल रावत ने देश के पहले सीडीएस के रूप में भारतीय सेना में परिवर्तन के एक ऐतिहासिक दौर का नेतृत्व किया. वे अपनी कृतियों में वे हमेशा जीवंत बने रहेंगे।
वरिष्ठ साहित्यकार मणिकांत झा ने कहा कि जनरल रावत के रूप में भारत ने अपने महान देशभक्त और समर्पित हीरो खो दिया. प्रो जीव कांत मिश्र ने कहा कि उनके निधन से भारत के रक्षा सहयोग के एक बड़े विस्तार की देखरेख करने वाला हितसाधक हमसे हमेशा के लिए जुदा हो गया।
मीडिया संयोजक प्रवीण कुमार झा ने कहा कि जवानों की छोटी से छोटी समस्याओं का त्वरित समाधान करने के कारण जनरल रावत उनके बीच बेहद लोकप्रिय थे.
सेना के सर्वोच्च पद पर काबिज व्यक्ति की ऐसे हादसे में काल कवलित होना चिंताजनक है. उनके निधन पर शोक जताने वाले अन्य लोगों में महात्मा गांधी शिक्षण संस्थान के चेयरमैन हीरा कुमार झा, डा महेंद्र नारायण राम, हरिश्चन्द्र हरित, प्रो विजय कांत झा, विनोद कुमार झा, प्रो चंद्रशेखर झा बूढ़ा भाई, दुर्गानंद झा, डॉ गणेश कांत झा, डॉ उदय कांत मिश्र, आशीष चौधरी, चंदन सिंह, मणि भूषण राजू, पुरूषोत्तम वत्स आदि शामिल हैं।
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