सदर प्रखंड क्षेत्र के बलहा पंचायत के रमसल्ला गांव के वार्ड संख्या 9 में पोखर उराही के नाम पर भारी लूट…
बता दे की मनरेगा योजना में मजदूरों को रोजगार उपलब्ध कराने व ग्रामीण इलाकों में विकासात्मक कार्य में तेजी लाने के उद्देश्य से शुरू किया गया लेकिन यह योजना पदाधिकारी ,कर्मी जनप्रतिनिधि के मिलीभगत से योजना धरातल पर नहीं उतर रही है। मामला रमसल्ला गांव के वार्ड संख्या 9 का है जहां के ग्रामीण सुनिल यादव ने बताया कि यह योजना उप प्रमुख राकेश रोशन के द्वारा मनरेगा योजना से पोखर उराही किया गया था जो थोड़ा बहुत पानी निकासी और जंगल को निकाला गया उसके बाद बरसात आने के बाद काम नहीं हुआ।
वही बबीता देवी ने बताई की पोखर उराही के नाम पर पदाधिकारी ,कर्मी और जनप्रतिनिधि द्वारा सरकारी पैसा का गलत उपयोग करते हैं पोखर उराही के नाम पर थोड़ा मोड़ा काम करके छोड़ दिया गया सही से पोखर का उराही नहीं किया गया इसकी जांच होनी चाहिए।
वहीं प्रभु देव पंडित ने बताया कि कुछ नहीं हुआ पोखर उराही के नाम पर खाना पूर्ति किया गया है कोई काम सही से नहीं हुआ है बरसात के समय में थोड़ा सा काम करके बरसात आने के बाद छोड़ दिया गया। यह योजना करीब नौ लाख की लागत से होनी थी बिना काम किए ही लेवर पेमेंट कर दिया गया है।
जबकि जो भी मजदूर कुछ दिन यहां काम किए थे उनके खाता पर राशि नहीं जाकर दूसरे मजदूर के खाता में पैसा गया है। इस मामले पर प्रखंड विकास पदाधिकारी विजय कुमार सौरभ ने जानकारी देते हुए बताएं कि काफी गंभीर मामला है योजना सही से हुआ नहीं और लेवर पेमेंट कैसे कर दिया गया।
इसकी शिकायत जिला के वरीय पदाधिकारी से की जाएगी। वही डीडीसी व प्रभारी जिला पदाधिकारी प्रतिभा रानी ने बताई की अगर इस प्रकार से पोखर उराही कार्य किया गया है रमसल्ला गांव में तो इसकी जांच की जाएगी जांच के दौरान गड़बड़ी मिलती है तो कार्रवाई की जाएगी।