विभागीय आदेश का सम्मान करते हुए अपने मूल विद्यालय में चले गए उमर अंजुम…
विगत 12 वर्षों से प्रभारी प्रधानाध्यापक के रूप में प्राथमिक विद्यालय बेदौल में कार्यरत थे.
दरभंगा। सदर प्रखंड क्षेत्र के बलहा पंचायत के प्राथमिक विद्यालय बेदौल में विगत 12 वर्षों से प्रभारी प्रधानाध्यापक के रूप में कार्य कर रहे उमर अंजुम शनिवार को अपने मूल विद्यालय प्राथमिक विद्यालय रामपुर में योगदान कर लिया।
इस संबंध में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि वर्तमान में जिस तरह से शिक्षा में सुधार लाने के लिए राज्य सरकार के द्वारा पहल की जा रही है।उसके तहत शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के के पाठक द्वारा सार्वजनिक रूप से पत्र निर्गत की गई है।जिसमें कहा गया है कि किसी भी विद्यालय में प्रतिनियोजित शिक्षक अपने आप अपने मूल विद्यालय में योगदान करलें।
इसी पत्र का सम्मान करते हुए मैं अपने मूल विद्यालय में योगदान करने जा रहा हूं। ज्ञात हो कि वर्ष 2012 में प्राथमिक विद्यालय बेदौल के तात्कालिक मात्र एक शिक्षक के सेवानिवृत्त होने के बाद विद्यालय शिक्षक विहीन हो गया था।उस स्थिति में उमर अंजुम को रामपुर से प्राथमिक विद्यालय बेदौल लाकर प्रभारी प्रधानाध्यापक का दायित्व सौंपा गया था।
जिसका उन्होंने बखूबी निर्वहन किया। उनके कार्यकाल में विद्यालय का शैक्षणिक एवं भौतिक प्रगति देखी गई।शनिवार को वे अपने मूल विद्यालय जाने के क्रम में अत्यधिक भावुक हो गए ।
उनके भावुकता को देखते हुए विद्यालय के सभी शिक्षक, छात्र, छात्रा एवं रसोईया भी भावुक हो गया। उन्हें अपने मूल विद्यालय तक छोड़ने के लिए उनके साथ प्राथमिक विद्यालय बेदौल के शिक्षक राघवेंद्र कुमार झा, रामबाबू मंडल एवं हिमांशु भूषण सिन्हा रामपुर तक गए।
इन लोगों को जाते देख दर्जनों बच्चे भी लगभग 1 किलोमीटर की दूरी पर अवस्थित प्राथमिक विद्यालय रामपुर तक पहुंच गया। प्राथमिक विद्यालय रामपुर पहुंचने पर मो अंजुम को अपने मूल विद्यालय में आने पर विद्यालय की प्रधान शिक्षिका संजीता कुमारी, प्रधान शिक्षिका के पति एवं मो अंजुम के अभिन्न मित्र रामबाबू यादव विद्यालय के शिक्षक चौधरी मनोज कुमार राय,संजय कुमार मिश्र एवं कुमारी दीक्षा ने प्रसन्नता जाहिर किया।
वही मो अंजुम को प्राथमिक विद्यालय बेदौल से जाने के बाद प्राथमिक विद्यालय बेदौल में नाजली बानो, राघवेंद्र कुमार झा,रामबाबू मंडल एवं हिमांशु भूषण सिन्हा के कंधों पर उमर अंजुम द्वारा विद्यालय के हित में किए गए कार्यों की जवाबदेही आ गई है।
जाने के क्रम में उन्होंने सूचना पुस्तिका पर तत्काल शैक्षणिक कार्य संचालन के लिए विद्यालय के वरीय शिक्षक को जवाबदेही सौंपते हुए,प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी सदर को सूचना दे दी है।अब प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी के द्वारा नामिक शिक्षकों के नाम पत्र निर्गत होने के बाद विधिवत विद्यालय के शैक्षणिक कार्य के अतिरिक्त अन्य कार्यों की संचालन हो पायेगी।