मनरेगा योजना में भारी लूट: रोजगार सेवक, जेई से लेकर मनरेगा पीओ तक मिलीभगत
दरभंगा। सदर प्रखंड क्षेत्र में मनरेगा की क्रियान्वित योजनाओं में व्यापक अनियमितता बरती जा रही है। इसमें स्थानीय जनप्रतिनिधि, अधिकारी से लेकर पंचायत रोजगार सेवक तक की मिलीभगत से इनकार नहीं किया जा सकता है।
प्रखंड के कुल 23 पंचायतों में मनरेगा के तहत योजनाएं क्रियान्वित हो रही है।
सैकड़ों योजनाओं का संचालन हो रहा है। वही बता दे की मनरेगा के तहत खरुआ पंचायत के इस्लामपुर गांव में तीन लाख तिरासी हजार आठ सौ तिरेसठ रुपए की लागत से मिट्टी एवं खरंजा करण कार्य किया जा रहा है जो गांव के मेन रोड से दरगाह कब्रिस्तान तक पंचायत समिति शबाना खातून के द्वारा कार्य किया जा रहा है।
जिसमें भारी अनियमितता देखने को मिल रहा है। कई ग्रामीणों ने बताया कि पहले से धुर बना हुआ था उस पर थोड़ा सा मिट्टी डाल दिया गया है समिति के द्वारा।
वहीं मनरेगा जेई ने बताया कि मैं काफी दिनों से बीमार था जिसके कारण कार्य स्थल पर नहीं गया और मोबाइल पर देखकर ही एस्टीमेट बना दिये।
यही नहीं कई पंचायतों में मनरेगा के तहत चल रहे कार्य में ना तो बोर्ड लगाया गया है ना ही मानक के हिसाब से कार्य किया जा रहा है। जबकि जो भी योजना का कार्य हो रहा है सब योजना पर मनरेगा पीओ का निरीक्षण करना चाहिए पर पीओ साहब निरीक्षण करना उचित नहीं समझते हैं।
जिसके कारण मनरेगा कार्य में काफी अनियमितता बरती जा रही है।