
जनजागृति का व्यापक सन्देश लेकर जनसंस्कृति मंच, बिहार का सांस्कृतिक जत्था दरभंगा पहुँचा
दरभंगा कार्यक्रम के पांचवें दिन जनसंस्कृति मंच, बिहार का सांस्कृतिक जत्था ‘उठो मेरे देश’ के नारे के साथ दरभंगा पहुँचा। देश में व्याप्त कुव्यवस्था से त्रस्त जनता की पीड़ा को अभिव्यक्त करने के साथ ही सत्ता द्वारा जारी दमन के दौर में प्रतिरोध का अलख जगाते हुए सांस्कृतिक जत्था ने अपनी प्रस्तुति दरभंगा शहर के मुख्य जगहों यथा तारालाही,काकरघाटी और कर्पूरी चौक में दी।
कार्यक्रम का स्वागत करते हुए भाकपा माले के कद्दावर किसान नेता कॉमरेड केसरी यादव ने कहा कि ” यूँही हमेशा खिलाए हैं हम ने आग में फूलन उन की हार नई है न अपनी जीत नई”
जनता ने हर दमनकारी सत्ताधीशों को इतिहास में अपनी राह दिखाई है। इस दौर में भी जनता सत्ता के मद में चूर तख्तनशीनों को उनकी सही जगह दिखाएगी। इस सांस्कृतिक यात्रा के जरिये जनता को जोड़ने, जगाने का काम तीव्र किया जा रहा।’

इस सांस्कृतिक यात्रा में लगातार साथ चल रहे जनसंस्कृति मंच के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य डॉ. सुरेंद्र सुमन ने कहा कि मुल्क की सत्ता पर काबिज आजादी के नकली दावेदार फासिस्ट सत्ता संस्कृति के बरक्स जनता की जनवादी संस्कृति और समतामूलक इंक़लाबी पैगाम के साथ जनसंस्कृति मंच, बिहार का ‘उठो मेरे देश’ सांस्कृतिक अभियान चालाया जा रहा।
यह अभियान दूसरी आज़ादी के लिए शहादत की कतारें सजाने वाली क्रांतिकारी धरती भोजपुर से हुआ है। जिसका समापन उसी आंदोलन के महान अग्निधर्मी कवि बाबा नागार्जुन की जन्मभूमि हुसैनपुर सतलखा, मधुबनी में होगा।
इसके उपरांत सांस्कृतिक टीम ने 1857 की क्रांति के मशहूर शायर अजीमुल्ला खान का गीत “हम हैं इसके मालिक, हिंदुस्तान हमारा” प्रस्तुत किया।
इस सांस्कृतिक यात्रा का नेतृत्व कर रहे वरिष्ठ संस्कृतिकर्मी ग़ालिब जी ने कहा कि “कलाकार का धर्म होता है कि वो हर दौर में सच्ची बात करे। समय सब का मूल्यांकन करेगा। सत्ता में बैठे लोगों का भी मूल्यांकन होगा और हमारा भी मूल्यांकन होगा।
हमने अपना धर्म निभाया है। ये वक़्त बहुत बुरा है। यहाँ एक ओर हम भूखे हैं, नगें, स्कूलों में पढ़ाई लिखाई की व्यवस्था नहीं है। देश का मुखिया हम से झूठ कह रहा अमृतमहोत्सव के नाम पर। राजनेताओं ने भारत को लूटा है। क्या हम लूटते रहेंगे ? या हम भगत सिंह-अम्बेडकर का भारत बनाएंगे? हर दौर में एकलव्य पैदा हुआ है।
हम एकलव्य की धारा के लोग हैं। हम द्रोणाचार्य को चुनौती देते हैं। साफ-साफ शब्दों में कहना है कि उठो मेरे देश! हमारा देश बिक रहा। यह सत्ता का अमृत काल है, जनता का अमृतकाल कब होगा, हमारा सवाल यही है? इसी बात की लड़ाई है हमारी। याद रखिये इस लड़ाई में हमें खोना कुछ नहीं है।”
कार्यक्रम के अंत में दीपक सिन्हा द्वारा रचित एवं रंगकर्मी राजू कुमार रंजन द्वारा निर्देशित नुक्कड़ नाटक ‘ उठो मेरे देश’ का मंचन किया गया।
कार्यक्रम में भाकपा माले दरभंगा जिला सचिव कॉमरेड बैद्यनाथ यादव, राज्य कमिटी सदस्य अभिषेक कुमार, शनिचरी देवी, अशोक कुमार पासवान, विनोद कुमार सिंह, जसम दरभंगा जिला अध्यक्ष डॉ. रामबाबू आर्य, कॉमरेड भोला जी, कवि मनोज कुमार झा, आइसा के जिला अध्यक्ष प्रिंस कर्ण, जिला सचिव मयंक कुमार यादव, अश्विनी कुमार राम, मंजू कुमार सोरेन, संदीप कुमार आदि ने भी इस अवसर पर अपनी बात रखी।
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