कार्यपालक सहायक के लापरवाही से आरटीपीएस काउंटर का बैटरी यूपीएस सहित कई सामान हुए चोरी
कार्यपालक सहायक के लापरवाही से आरटीपीएस काउंटर का बैटरी यूपीएस सहित कई सामान हुए चोरी…
बिचोलिया चला रहे हैं आरटीपीएस काउंटर सीओ नहीं करते हैं कोई कारवाई।
दरभंगा! सदर आरटीपीएस कार्यालय का दो बैटरी एक यूपीएस सहित कई सामान चोरों ने आरटीपीएस के मुख्य को तोड़कर ले उड़े।
बता दे सोमवार की सुबह देखा गया कि मुख्य गेट का ताला टूटा हुआ है। वही जब रूम खोला गया तो बैट्री ,यूपीएस सहित कई समान गायब पाए गए।
इस मामले पर सदर बीडीओ विजय कुमार सौरभ ने बताया कि जब नया मकान बना हुआ है और वहां आरटीपीएस काउंटर स्विफ्ट था उसके बाद भी सदर अंचलाधिकारी इंद्रासन साह ने अपने मर्जी से पुराने मकान में आरटीपीएस स्विफ्ट करा दिए। जबकि वहां व्यवस्था नहीं होने के बावजूद भी आरटीपीएस काउंटर को चलाया जा रहा है।
नया मकान बना वहां अगर आरटीपीएस काउंटर रहता तो वहां गार्ड भी उपलब्ध है और ऐसी घटना नहीं घटती। वहीं सुरक्षा गार्ड के जवान ने बताया कि आरटीपीएस काउंटर के कार्यपालक सहायक बृजेश झा के द्वारा रात तक काउंटर खोलकर बैठते थे कई बार मना करने के बावजूद भी 9 बजे रात तक आरटीपीएस काउंटर खोला जाता है।
जबकि आरटीपीएस काउंटर का मुख्य गेट कमजोर था इसके लिए कई बार सदर अंचलाधिकारी को आवेदन दिया गया है कि मुख्य गेट मजबूत बनाया जाए। वही कई लोगों ने बताया कि आरटीपीएस काउंटर पर मनमाना तरीका से कार्य किया जाता है कार्यपालक सहायक बृजेश झा एवं बिचोलिया कामोद रंजन ,मोहम्मद अब्बास द्वारा खुलेआम जाति, आवासीय, आय सहित अन्य प्रमाण पत्र बनाने के नाम पर अवैध राशि ली जाती है।
वही एक शिवम फोटोस्टेट के माध्यम से दर्जनों आवेदन आरटीपीएस काउंटर पर प्राप्त किया जाता है। दलाल के माध्यम से आरटीपीएस काउंटर चलाया जा रहा है। जबकि जानकारी रहते हुए भी अंचलाधिकारी इंद्रासन साह नहीं करते हैं कोई कार्यवाही पूरे अंचल में बिचौलियों का है बोलबाला है।
मोहम्मद अब्बास अंचल का कोई कर्मी नहीं है उसके बावजूद भी उपप्रमुख कार्यालय में कार्यालय खोलकर सुबह 10 बजे से लेकर शाम 6 बजे तक बैठते हैं। और वहीं से जाति, आवासीय, आय सहित अन्य प्रमाण पत्र लिया जाता है और जल्दी बनाने के नाम पर लोगों से पैसा लिया जाता है।
वही कुमोद मंडल भी अंचल के कोई कर्मी नहीं होने के बावजूद भी अंचल एवं आरटीपीएस काउंटर का पूरा कार्य करते हैं। और उनके साथ कई लोगों का टीम है जो आवेदन के नाम पर अवैध वसूली करके देते हैं और कार्यपालक सहायक सहित अन्य कर्मी के साथ वंडरवाट किया जाता है।