CALL NOW 9999807927 & 7737437982
अंतराष्ट्रीयमहाराष्ट्रराष्ट्रीय

बाबा सिद्दीकी हत्याकांड: बेटे के वारदात में शामिल होने से परिजन सदमे में, बोले- नहीं पता था ये कर देगा

बाबा सिद्दीकी हत्याकांड: बेटे के वारदात में शामिल होने से परिजन सदमे में, बोले- नहीं पता था ये कर देगा

लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या की जिम्मेदारी ली है। सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए एनसीपी नेता की हत्या की जिम्मेदारी ली गई। लॉरेंस बिश्नोई गैंग की ओर से जारी पोस्ट में लिखा गयाजो भी कोई सलमान खान या दाऊद गैंग की हेल्प करेगा वो अपना हिसाब किताब लगा कर रखना। शनिवार रात बाबा सिद्दीकी की तीन शूटर्स ने हत्या कर दी थी।

प्लानिंग के साथ हुई बाबा सिद्दीकी की हत्या 

विदयादशमी की शाम तीनों आरोपी पूरी प्लानिंग के साथ बाबा सिद्दकी का इंतजार करते हुए पटाखा फोड़ रहे थे। जैसे ही बाबा सिद्दकी कार्यालय से बाहर निकले आरोपियों ने सही मौका देखकर उनपर 6 राउंड फायरिंग कर दी, जिसमें तीन गोलियां बाबा सिद्दकी को लगी। गोली लगते ही बाबा सिद्दकी जमीन पर गिर पड़े। इसके बाद उन्हें लीलावती अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।

बिहार छात्र क्रेडिट कार्ड सूचना केंद्र | Apply Now
कैसे और किस कॉलेज में एडमिशन लेने से क्रेडिट कार्ड की सुविधा मिलेगी सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त करे।

इस हत्या के दो आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं। वहीं, तीसरा फरार है। एक शख्स यूपी का है तो दूसरा हरियाणा से ताल्लुक रखता है। सूत्र के अनुसार, गोलीबारी में 9.9 एमएम की पिस्तौल का इस्तेमाल किया गया था, जिससे यह अंदाजा लगाया जा रहा है कि यह एक कॉन्ट्रैक्ट किलिंग थी। बताते चलें कि 15 दिन पहले ही उन्हें जान से मारने की धमकी मिली थी, जिसके मद्देनजर उन्हें ‘Y’ कटैगरी की सुरक्षा दी गई थी।

बाबा सिद्दीकी हत्याकांड के आरोपियों के परिजन अपने बेटों के नाम हत्याकांड में आने से बदहवास हैं। उन्होंने कहा कि गरीबी के कारण वो दोनों कमाने के लिए पुणे गए थे। नहीं पता था कि ये कर डालेंगे।

मुंबई में बाबा सिद्दीकी हत्या के मामले में फरार आरोपी शिवा के परिजनों को अंदाजा भी नहीं था कि उनका बेटा हत्याकांड को अंजाम दे देगा। बेटे का नाम सामने आने के बाद से परिजन बदहवास है।

फरार हत्यारोपी बहराइच जनपद के कैसरगंज कोतवाली के गंडारा गांव निवासी शिवा (19) की मां सुमन ने बताया बेटा होली के चार दिन बाद पुणे जाकर कमाने की बात कह कर निकाला था, जहां वह कबाड़ बिनने का काम करता था। लगभग पांच अक्टूबर को गांव के हरीश नामक युवक के मोबाइल से शिवा से बात हुई थी। उसने दिवाली पर घर आने की बात बताई थी। पिता बालकृष्ण को पुलिस पूछताछ के लिए थाने पर लेकर गई है। हत्याकांड में नाम सामने आने से मां रो-रो कर बदहवास है।

आर्थिक तंगी के चलते पुणे गया था रोजगार करने
परिजनों ने बताया शिवा के पिता बालकृष्ण मजदूरी कर परिवार का भरण पोषण करते हैं। गरीबों के चलते वह पुणे रोजगार करने की बात कह कर निकाला था। तीन भाई तीन बहनों में दूसरे नंबर का है। कुछ माह पहले बड़ी बहन पूजा की शादी हुई थी। कभी दिहाड़ी, टेंट और कबाड़ अलग-अलग तरीके के काम कर मजदूरी कर रोजगार करता है।

पांचवी तक की है पढ़ाई 
परिजनों के अनुसार शिवा गांव स्थित सरकारी स्कूल में कक्षा पांचवी तक पढ़ाई किए हुए हैं। आर्थिक तंगी के चलते मजबूरी में पढ़ाई छोड़नी पड़ी।

Show More

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button