
सुधरने का नाम नहीं ले रहा है बाल विकास परियोजना कार्यालय के अधिकारी एवं कर्मी…
दरभंगा।सदर प्रखंड के बाल विकास परियोजना कार्यालय में कर्मियों के लेट आने का सिलसिला जारी।
प्रखंड के कई लोगों के बीच इस कार्यालय पर तरह तरह का आरोप लगाया जा रहा था। इस बात की हकीकत का पता लगाने के लिए सोमवार को राष्ट्रीय सहारा की टीम ने ऑन द स्पॉट किया जिससे लोगों की शिकायत सच मिली।
परतार के दौरान कार्यालय की जो व्यवस्था दिखाई वह आश्चर्य करने वाली थी। कार्यालय खुलने का समय 10:30 बजे है लेकिन कार्यालय में 11:35 बजे पर सिर्फ संविदा परीचारी बालेश्वर पासवान और बीसी मधुबाला उपस्थित थे। सीडीपीओ कार्यालय बंद था। प्रधान लिपिक शिवजी महतो का कुर्सी खाली पड़ा हुआ था।
जबकि सदर सीडीपीओ कार्यालय में दो प्रधान लिपिक है जिनमें से शिवजी महतो को शनिवार, सोमवार, मंगलवार आना होता है। वहीं साजीद को बुधवार ,गुरुवार एवं शुक्रवार को कार्यालय में ड्यूटी पर रहना होता है।
जबकि शिवजी महतो की भारी लापरवाही देखी जा रही है उनका आने और जाने का कोई समय सीमा नहीं होता है। इसको लेकर कई बार समाचार पत्र के माध्यम से भी इनकी शिकायत देखने को मिला है और इसकी सूचना जिला के बाल विकास परियोजना डीपीओ एवं प्रखंड के सीडीपीओ को भी कई बार शिकायत की गई है पर उनके द्वारा कोई कार्रवाई नहीं किया जा रहा है।
जिसको लेकर दिन प्रतिदिन और लापरवाही बढ़ती जा रही है।
* इतना तो सबकों पता है कि बिहार में कुल 38 जिले हैं। लेकिन इसमें सब चुप हो जाते हैं कि कितने प्रखंड हैं, कितने जिला परिषद हैं और कितनी पंचायतें हैं। जानकारी के अनुसार, बिहार में 534 प्रखंड है, जबकि 101 अनुमंडल हैं। वहीं 8405 पंचायतें हैं।