विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर आयुर्वेद महाविद्यालय के ‘रमेश्वरी वनौषधि वाटिका’ में मेडिसिनल एवं फलदार वृक्षों का वृक्षारोपण किया गया
दरभंगा :- महाराजाधिराज लक्ष्मेश्वर सिंह संग्रहालय में जिलाधिकारी दरभंगा राजीव रौशन द्वारा विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर एक संवाद किया गया।
राजकीय महारानी रमेश्वरी भारतीय चिकित्सा विज्ञान संस्थान,मोहनपुर दरभंगा में विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर कुल 100 फलदार एवं औषधीय वृक्षों का रोपण किया गया।
प्राचार्य प्रो. दिनेश्वर प्रसाद ने बताया कि पर्यावरण के प्रति जनमानस की जागरूकता बढ़ाने हेतु 4 जून को प्रभात फेरी निकाली गई थी, जिसमें श्रम संसाधन एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री श्री जीवेश मिश्रा ने भाग लिया था। उनके द्वारा बच्चों को स्वर्ण प्राशन की खुराक पिलाई गई थी एवं 600 वृक्षों का वितरण भी किया गया था।
आज बच्चों एवं उनके अभिभावकों ने विश्व पर्यावरण दिवस पर उन वृक्षों का वृक्षारोपण कर उसका फोटो एवं वीडियो महाविद्यालय कार्यालय को उपलब्ध कराया। प्राचार्य ने बताया की जिनके द्वारा पौधों का रोपण एवं संरक्षण समुचित ढंग से किया जाएगा।
उन्हें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 21 जून को सम्मानित किया जाएगा।
महाविद्यालय के मुख्य परिसर में पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग, दरभंगा प्रमंडल के द्वारा प्रदत्त फलदार वृक्ष एवं अमृत औषधीय पौधा उत्पादक कृषक हित समूह के संरक्षक श्री सुधीर सुधीर प्रसाद के द्वारा उपलब्ध कराए गए औषधीय पौधों का रोपण डॉ दिनेश कुमार, मोहनपुर ग्राम के प्रधान श्री राजकुमार दास, उप प्रधान श्री रंजीत यादव, पूर्व मुखिया श्री मोहन चौधरी, जितेंद्र पासवान, संजय यादव, प्रमोद यादव, साधु यादव, कौशल यादव, ईशा फाउंडेशन वालेंटियर रोहित, सुमित,जितेंद्र कुमार, संदीप, शंकर एवं ग्रामीण महिलाओं में फूलों देवी, मंजू देवी, राम सुनौली देवी आदि के द्वारा किया गया। मोहनपुर ग्राम पंचायत के मुखिया श्री राजकुमार दास ने प्राचार्य प्रो. दिनेश्वर प्रसाद के वृक्षारोपण कार्य की सराहना करते हुए यह कहा कि पर्यावरण के लिए वृक्षारोपण वरदान साबित होगा। वृक्षों से हमें जीवन की आवश्यकताओं की पूर्ति होती है।
उपप्रधान श्री रंजीत यादव ने यह संदेश दिया कि हमें जागरूक होकर हर उत्सव पर वृक्षारोपण का अवश्य करना चाहिए। कार्यक्रम के संयोजक डॉ दिनेश कुमार ने कहा वृक्षों से हमें शुद्ध हवा ,भोज्य सामग्री के अतिरिक्त औषधी की भी प्राप्ति होती है।
पेड़-पौधों से हमारे जीवन का पोषण, संवर्धन एवं संरक्षण भी होता है। रोगी होने पर हमें औषधि की प्राप्ति इन्हीं वृक्षों से होती है। विश्व की प्राचीनतम चिकित्सा पद्धति आयुर्वेद की मूल आत्मा वृक्ष रुपी औषधि ही है।
अतः हमें जीवन संरक्षक वृक्षों का रोपण हर पर्व त्यौहार एवं उत्सव के समय करना आवश्यक रूप से करना चाहिए। इस कार्यक्रम में प्रधान एवं ग्रामीण महिलाओं के द्वारा यह नारा लगाया कि -सांसे हो रही है कम, आओ पेड़ लगाए हम, लगाए हम।
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