आईजी के समक्ष रविन्द्रनाथ सिंह (चिंटू सिंह) व समर्थकों का एक दिवसीय धरना
दरभंगा। बुधवार को समाजिक कार्यकर्ता रविन्द्रनाथ सिंह (चिंटू सिंह) ने आईजी कार्यालय के समक्ष चिल्ड्रेन पार्क मे एक दिवसीय धरना पर दिया रविन्द्रनाथ सिंह ने कहा इसकी जानकारी बिहार के मुख्यमंत्री सचिवालय, डीजीपी आदि को लिखित रूप में पहले ही दे चुके है।
उन्होंने बताया मामला मधुबनी जिले के नगर थाना काण्ड संख्या 164/21 व 164 / 22 में निर्दोष नाबालिग छात्र को झूठे मुकदमे में फंसाने को लेकर मधुबनी, नगर थानाध्यक्ष पर 182/211 व काण्ड संख्या 101/21 में 167 का लाभ देने काण्ड संख्या 319/21 में बैंक लूट काण्ड के अभियुक्त को संरक्षण देने को लेकर थाना अध्यक्ष पर प्राथमिकी दर्ज कर गिरफ्तारी,बर्खास्तगी को लेकर आईजी कार्यालय पर धरना दिया गया।
श्री सिंह ने कहा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में अपराध भ्रष्ट्राचार पर जीरो टॉलरेंस की बात कही जा रही है और अपराध भ्रष्ट्राचार पर अंकुश लगाने के लिए आये दिन गृह विभाग एवं बिहार के डीजीपी को सख्त निर्देश दिए जा रहे हैं। लेकिन दिन प्रतिदिन मिथिला क्षेत्र में अपराध का ग्राफ काफी तेजी से बढ़ा है।
प्राथमिकी तो दर्ज होती है लेकिन बैंक लूटकांड, ह्त्या जैसे संगीन मामलो में कोई गिरफ्तारी आज तक नहीं हुई हैं। लेकिन मधुबनी नगर थाना प्रभारी अमित कुमार के संरक्षण में नगर थाना काण्ड संख्या 319/21 40 लाख की बैंक लुट काण्ड और गार्ड की हत्या में आज तक कोई कारवाई नहीं हुई। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा के अपराधियों के साथ थानाध्यक्ष, अमित कुमार का पुराना रिश्ता रहा है।
आश्चर्य की बात तो ये है की बड़े बड़े अपराधियों को बचाने के लिए नगर थानाध्यक्ष, अमित कुमार के द्वारा अकसर निर्दोष लोगो को झूठा मुकदमा में फंसाकर पुलिस अधीक्षक से वाह वाही लेते रहे हैं।
जिसका उदाहरन है मधुबनी नगर थाना काण्ड संख्या 164/21 जिसमे अभिषेक रंजन उर्फ़ गोलू मंडल जो नाबालिग है वह मेला में प्लास्टिक का बन्दूक खरीदा था खेलने के लिए वर्ष 2021 में गोलू को अपने घर से दुकान के बीच रास्ते से पुलिस प्लास्टिक के नकली बन्दूक रखने के जुर्म में नगर थाना पर गिरफ्तार कर लेता है।
एक लाख रुपये का डिमांड करता है नहीं देने पर उस बालिग़ बनाकर जेल भेज देता है। वही उन्होंने कहा मीडिया को बुलाकर नवालिग़ का फोटो नकाब डालकर खिंचवाता है। जैसे वह बहुत बड़ा आतंकवादी,अपराधी हो पुलिस ने पकड़ा हो ठीक उसी तरह से मधुबनी नगर थाना काण्ड संख्या 164/22 हास्टल में रहकर पढाई करने वाले नाबालिग 17 वर्षीय छात्र विकास यादव को भी पुलिस अपने ब्यान पर नकली बन्दूक पर प्राथमिकी दर्ज कर गिरफ्तार कर लेती है। और विकास यादव को झूठा आर्म्स एक्ट का मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया जाता है।
श्री रविंद्र सिंह ने बताते हुए कहा के मधुबनी, नगर थानाध्यक्ष निर्दोष लोगों को फंसाकर एसपी,आईजी व मीडिया के बिच बने हुए रहते है और बड़े बड़े अपराधकर्मी को अपने संरक्षण में छुट दिया जाता हैं। पूर्व का इतिहास रहा है जहा भी गए है वहा अपराधियों ने करोड़ों की मूर्ति लूट,बैंक लुट काण्ड को अंजाम दिया गया हैं। मधुबनी,नगर थानाध्यक्ष अमित कुमार के द्वारा कितने ही निर्दोष नाबालिग की जिन्दगी बर्बाद कर दिया गया है।
पुलिस के वर्दी पर दाग लगाने का काम किया गया। उन्होंने कहा मैं पुलिस अधीक्षक मधुबनी से पूछना चाहता हू क्या दोनों झूठे आर्म्स एक्ट 164/21 एवं 164/22 में आम जनता ने कभी शिकायत की क्या पुलिस अधीक्षक अपने इन दोनों नाबालिग छात्र के लिए कभी गांव घर के लोगो से व्यक्तिगत जानकारी लेने का प्रयास किया। निर्दोष को फंसाकर जेल भेजना ये कहा का और किस राज्य का सुशासन है।
उन्होंने कहा आप लोग अपराधी पर अंकुश लगाते नहीं और निर्दोष को झूठे मुकदमे में फसाकर अपराध का ग्राफ बढ़ा रहे है। न्याय के लिए आन्दोलन दरभंगा तक ही नहीं पूरे बिहार में धीरे धीरे आगे बढ़ेगी जब तक न्याय नहीं मिल जाता है। धरना के बाद रविन्द्रनाथ सिंह उर्फ चिंटू सिंह के नेतृत्व में एक शिष्टमंडल ने आईजी से मुलाकात किया।
जिसमे आईजी दरभंगा ने पुलिस अधीक्षक मधुबनी को निर्देश दिया की निर्दोष विकास यादव को निर्दोष कर रिपोर्ट निकाले और थानाध्यक्ष पर जल्द से जल्द आवश्यक कानूनी कारवाई करे।
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