सदर प्रखंड के सभागार में मंगलवार को पंचायत समिति की बैठक आहूत की गई
सदर प्रखंड | बैठक का समय निर्धारित किया गया था दोपहर 12:30 बजे पर पर बैठक में कई जनप्रतिनिधि समय पर पहुंचे और लेट होने के कारण चले चले भी गए हैं। जबकि प्रमुख शंभू कुमार साहू करीब 2 बजे सभागार में उपस्थित हुए जबकि बैठक स्थगित होने के करार पर थे। वहीं पंचायत समिति की बैठक में जैसे तैसे कोरम पूरा किया गया और बैठक को चालू किया गया।
बैठक में प्रखंड के पदाधिकारी कर्मी एवं सदस्य को उपस्थित होना रहता है पर मंगलवार को बैठक में सदस्य के अलावा अन्य लोग भी उपस्थित थे जबकि पिछले 3 अक्टूबर की बैठक को बीडीओ ,सीओ के अनुपस्थिति में बैठक को स्थगित कर दिया जाता है। पिछले बैठक में बीपीआरओ भारत भूषण गुप्ता के द्वारा जितने भी सदस्य नही थे उन्हें सभागार में उपस्थित थे उन्हें बाहर बैठने को कहा गया था। बैठक में सिर्फ सदस्य ही उपस्थित रहेंगे।
जबकि मंगलवार को बैठक में बीपीआरओ के द्वारा जो भी सदस्य नही थे उनको बाहर बैठने को नही बोले और बैठक खत्म होने तक सभागार में बैठे रहे एक ही प्रकार के बैठक में दो नियम इससे यह पता चलता है कि बीपीआरओ के द्वारा पंचायत समिति बैठक का नियम कानून ताक पर रखकर बैठक करते हैं अपने मनमर्जी के अनुसार ही बैठक चलाते हैं प्रमुख लेट से बैठक में उपस्थित होते हैं तो कोई कार्रवाई नहीं की जाती है।वही बैठक में कोई खास मुद्दा पर चर्चा नहीं की गई जिससे जनप्रतिनिधियों को एवं जनता के लाभ की बात हो।बैठक एक घंटा से ऊपर लेट चालू किया जाता है।
अगर जनप्रतिनिधि के द्वारा कोरम पूरा नहीं किया गया तो प्रतिनिधि से भी माध्यम से कोरम पूरा करके बैठक को चालु किया जाता है। वहीं मंगलवार के बैठक में सदस्य के अलावा अन्य लोग भी उपस्थित थे इससे यह मालूम होता है की प्रमुख और बीपीआरओ जब चाहे बैठक को स्थगित कर सकते हैं जब चाहे जैसे तैसे कोरम पूरा करके बैठक को चला भी सकते हैं कोई ना कोई बहाना बनाकर बैठक को स्थगित कर दिया जाता है। लोगों के हित की बात बैठक में नहीं की जाती है।
बीपीआरओ प्रमुख सहित सभी को यह जानकारी था कि 10 अक्टूबर को पटना में मुखिया के द्वारा विधानसभा घेराब कार्यक्रम है और यह पहले से निर्धारित था उसके बाद भी पंचायत समिति की बैठक रखी गई। वही बीपीआरओ भारत भूषण गुप्ता से जानकारी लेने पर बताया कि लगभग सभी पंचायत समिति सदस्य उपस्थित हैं और प्रमुख शंभू कुमार साहू बैठक में करीब 2 बजे उपस्थित हुए थे जब तक उप प्रमुख से अध्यक्षता करके बैठक को शुरुआत किए थे। जबकि समय पर उप प्रमुख राकेश रौशन भी नहीं पहुंचे थे।
बीपीआरओ ने जानकारी देते हुए बताया की प्रमुख के नहीं होने पर उप प्रमुख से अध्यक्षता कर बैठक चालू किया गया जब तक। जबकि नियम तो यह होता है की प्रमुख लिखित ना दे जबतक उप प्रमुख की अध्यक्षता नहीं होती है। वही इस बैठक में एक भी मीडिया कर्मी को लिखित या मौखित सूचना नही दिया गया था।