आज भी अभिव्यक्ति की आजादी पर उठाए जाते हैं सवाल’…28वें कोलकाता फेस्टिवल में बोले बिग बी अमिताभ बच्चन
Amitabh Bachchan: ‘आज भी अभिव्यक्ति की आजादी पर उठाए जाते हैं सवाल’…28वें कोलकाता फेस्टिवल में बोले बिग बी अमिताभ बच्चन
कोलकाता:28वें कोलकाता अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव के उद्घाटन के मौके पर बिग बी अमिताभ बच्चन ने फिल्मों के जरिए अभिव्यक्ति की आजादी, फिल्मों को लेकर ब्रिटिश सरकार दमनकारी, स्वतंत्रता के दौरान फिल्मों भूमिका पर भाषण दिया। अपने वक्तव्य में अमिताभ बच्चन ने भाषण”नागरिक स्वतंत्रता” जैसे मुद्दों का जिक्र किया। उन्होंने कहा, “अब भी, मुझे यकीन है कि मंच पर मेरे सहयोगी इस बात से सहमत होंगे कि नागरिक स्वतंत्रता और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर सवाल उठाए जा रहे हैं।”
सिनेमा ने जोड़ा है सबको
सदी के महानायक अमिताभ बच्चन ने कहा कि मनुष्य सामाजिक प्राणी है। इसी समाज में रहकर कुछ अलग करना चाहता है। हर बार फिल्मों ने दुनिया में एक दूसरे को जोड़ा है। एक दूसरे की संस्कृति को अपनाया है। उन्होंने स्वतंत्रता-पूर्व युग के दौरान तत्कालीन ब्रिटिश शासकों पर सांप्रदायिक विभाजन पैदा करने और सेंसरशिप लगाने की घटनाओं का जिक्र करते हुए भाषण शुरू किया।
दोहराया सिनेमा का इतिहास
महान अभिनेता अमिताभ बच्चन ने गुरुवार को भारतीय सिनेमा के इतिहास का बताने के दौरान ऐतिहासिक फिल्मों के मौजूदा ब्रांड को काल्पनिक राष्ट्रवाद में लिप्त बताया। बच्चन ने 28वें कोलकाता अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव के उद्घाटन की घोषणा करते हुए कहा कि भारतीय फिल्म उद्योग ने हमेशा साहस का प्रचार किया है और समतावादी भावना को जीवित रखने में कामयाब रहा है।शुरुआती समय से सिनेमा सामग्री में कई बदलाव हुए हैं। पौराणिक फिल्मों और समाजवादी सिनेमा तक का सफर हमने देखा है। यह भारत की खासियत है।
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