Rajasthan Elections: अलवर ग्रामीण सीट पर BJP ने पूर्व विधायक जयराम जाटव को उतारा है. कांग्रेस से टीकाराम जूली मैदान में हैं. पर सबसे ज्यादा चर्चा में निर्दलीय मीना कुमारी हैं जो जयराम की बेटी हैं.
Rajasthan Election 2023 News: राजस्थान के अलवर ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र से पूर्व विधायक जयराम जाटव के लिए इस बार जीत की राह आसान नहीं है. बीजेपी प्रत्याशी जयराम जाटव को जहां एक तरफ कांग्रेस उम्मीदवार चुनौती दे रहे हैं तो दूसरी ओर उन्हें सबसे ज्यादा फाइट खुद उनकी बेटी मीना कुमारी दे रही हैं, जो निर्दलीय ही चुनाव मैदान में उतरी हैं. उनका मकसद भी पिता के वोट काटना और उन्हें हराना है.
मीना कुमारी कहती हैं, “मेरे पिता बहुत अंधविश्वासी है, मैं इसलिए चुनाव लड़ रही हूं क्योंकि वह अपनी बेटी का सम्मान नहीं करते हैं तो दूसरों की बेटियों का सम्मान कैसे कर सकते हैं?” मीना कुमारी के पति तारा चंद चुनाव प्रचार में उनका साथ दे रहे हैं. वह प्रचार के दौरान हमेशा उनके साथ ही रहते हैं. वह भी मीना कुमारी के पिता पर सवाल उठाते हैं.
बचपन से ही हो रहा सौतेला व्यवहार
द प्रिंट ने अपनी एक रिपोर्ट में मीना कुमारी के एक रिश्तेदार से बातचीत के आधार पर बताया है कि मीना का बचपन बहुत मुश्किल में बीता है. जाटव का पहले बेटे की जन्म के तुरंत बाद मृत्यु हो गई. इसके बाद कुमारी का जन्म हुआ. किसी ने जयराम जाटव को बताया कि उनकी बेटी अपने साथ दुर्भाग्य लेकर आई है और यही उनके बेटे की मौत का कारण है. इस बात को सुनने के बाद से ही परिवार ने उसके साथ सौतेला व्यवहार करना शुरू कर दिया.
‘पिता ने बार-बार मुझे प्रताड़ित किया है’
मीना कुमारी ने द प्रिंट को बताया, ”शुरू से ही उनका रिश्ता मेरे साथ ऐसा ही रहा है. उन्होंने मुझे बार-बार प्रताड़ित किया. मैं खून के आंसू लेकर जनता के बीच जा रही हूं. मैं राजनीति में इसलिए आई हूं क्योंकि मेरे पिता मेरी बात नहीं सुनते, लेकिन उम्मीद है कि लोग सुनेंगे.”
‘उसका मकसद वोट काटना है’
वहीं, मीना कुमारी के पिता जयराम जाटव का कहना है, “मैं पूरे समय लोगों से जुड़ा रहा हूं. यहां जातीय समीकरण है. यह एक अनोखा निर्वाचन क्षेत्र है. यहां मुसलमान भी मुझे वोट देने के लिए तैयार हैं. मेरा मुकाबला यहां सिर्फ कांग्रेस प्रत्याशी टीकाराम जूली से है. इसके अलावा कोई भी फाइट में नहीं है. मीना कुमारी की स्थिति अच्छी नहीं है. उसका मकसद सिर्फ वोट काटना है.”