राजस्थान में 5 से 7 फीसदी बढ़ी पेट्रोलियम की खपत:5 राज्यों में वोटिंग खत्म, 20 से 25 रुपए प्रतिलीटर पेट्रोल-डीजल रेट बढ़ने का डर
राजस्थान में पेट्रोल-डीजल की मांग अचानक बढ़ गई है। औसत प्रतिदिन पेट्रोलियम की खपत में 5 से 7 फीसदी की बढ़ोतरी पिछले 4 दिन में देखने को मिली है। सोमवार शाम यूपी में अंतिम चरण के चुनाव की वोटिंग खत्म होने के साथ ही पेट्रोलियम की कीमतों में बड़े उछाल की चर्चाएं तेज हो गई हैं। माना जा रहा है कि 20 से 25 रुपए लीटर पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी अगले कुछ दिनों में हो सकती है। जिसे पेट्रोलियम कम्पनियां धीरे-धीरे बढ़ाएंगी।
जयपुर शहर के बड़े पेट्रोल पम्पों पर खासकर चौपहिया वाहनों की कतारें लग रही हैं। जिनमें बस, कारें और कॉमर्शियल व्हीकल ज्यादा शामिल हैं। लोग टैंक फुल करवाने पेट्रोल पम्प पहुंच रहे हैं। फिलहाल पेट्रोल की कीमत 107.04 रुपए लीटर और डीजल की कीमत 90.69 रुपए लीटर है।
व्हीकल टैंक फुल करवाने पेट्रोल पम्प पहुंच रहे लोग
जयपुर में टोंक रोड स्थित हिन्दुस्तान पेट्रोलियम पम्प के प्रतिनिधि नरेश सिंह गुर्जर ने बताया वाहन चालक पेट्रोल-डीजल ज्यादा भरवा रहे हैं। इससे वाहन चालकों को प्रति लीटर 10-15 रुपए के फायदे की उम्मीद है। ऐसी चर्चाएं हैं कि 2-4 दिन में ही इतनी कीमतें बढ़ सकती हैं। कई वाहन चालक बार-बार अपने व्हीकल लेकर आ रहे हैं। जैसे ही पेट्रोल-डीजल खत्म हो रहा है उसे तुरंत रिफिल करवाया जा रहा है। यूपी चुनाव के बाद लोगों में चर्चा है कि पेट्रोलियम काफी महंगा होने वाला है। पिछले 4 दिन से लगातार ग्राहकी बढ़ रही है। जो ग्राहक पहले 500 रुपए का पेट्रोलियम लेता था, वह अब 2000 से 3000 रुपए का पेट्रोलियम लेना लगा है। जितना पेट्रोल-डीजल टैंक में आ सकता है उतना भरवाया जा रहा है।
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पेट्रोलियम कम्पनियों को रेट बढ़ाने की मिलेगी खुली छूट
पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन राजस्थान के अध्यक्ष सुमित बगई ने दैनिक भास्कर से बातचीत में कहा कि राजस्थान में सालाना पेट्रोल की खपत 70 करोड़ लीटर और रोजाना की औसत खपत 19 लाख 18 हजार लीटर है। डीजल की सालाना खपत प्रदेश में 390 करोड़ लीटर है। इस हिसाब से प्रतिदिन 1 करोड़ 7 लाख लीटर की खपत होती है। इसमें अब 5-7 फीसदी तक बढ़ोतरी दर्ज हुई है। 5 राज्यों में वोटिंग खत्म हो गई है। अब उम्मीद है कि केन्द्र सरकार की ओर से पेट्रोलियम कम्पनियों को रेट बढ़़ाने की खुली छूट दी जाएगी। ऐसी आशंका है कि मौजूदा कीमतों के हिसाब से 20 से 25 रुपए लीटर पेट्रोल-डीजल महंगा हो सकता है। लेकिन उम्मीद करते हैं कि केन्द्र सरकार इसमें हस्तक्षेप कर पेट्रोल और डीजल पर एक्साइज ड्यूटी को कुछ कम करेगी। जिससे जनता पर भार कुछ कम हो सके।
रूस यूक्रेन युद्ध से क्रूड की कीमतें बढ़ीं
बगई ने कहा इस महंगाई का मुख्य कारण रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध है। अगर ये युद्ध रुक जाता है। तो हो सकता है कि भारत को कम रेट पर क्रूड ऑयल फिर से मिलने लग जाए। लेकिन 20 रुपए तक की प्रतिलीटर बढ़ोतरी फिलहाल होने की पूरी आशंका है। उम्मीद है केन्द्र सरकार एक साथ यह बढ़ोतरी नहीं करके 15 दिन के गैप में 50 से 1 रुपए प्रतिलीटर की बढ़ोतरी रोजाना करके रेट बढ़ाएगी। ऐसी सम्भावना है कि केन्द्र और राज्य सरकार टैक्स में कुछ राहत भी देगी। जिससे जनता को पेट्रोलियम की कीमतों में कुछ राहत मिल सके।
source:bhasker.com
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