बिहार में पांच सीटों पर राज्यसभा के चुनाव होना है , इसको लेकर जेडीयू में भीतर ही भीतर घमासान है…
अटकलें लगायी जा रही है कि इस बार जदयू से केंद्रीय मंत्री और जदयू के वरिष्ठ नेता आरसीपी सिंह को टिकट नहीं मिलने वाला है। शुक्रवार को सीएम नीतीश ने जेडीयू कोटे के मंत्रियों व विधायकों को बुलाकर राज्यसभा उम्मीदवारी पर चर्चा की। जेडीयू नेताओं ने उम्मीदवार चयन के लिए सीएम नीतीश को अधिकृत कर दिया। इसके बाद शाम की जो तस्वीर दिखी वो यह बताने के लिए काफी है कि नीतीश-आरसीपी में खाई बड़ी हो गई है।
सीएम नीतीश कुमार के बेहद करीबी हरेंद्र सिंह के बेटे की शुक्रवार को शादी थी।
आरा में शादी समारोह का आयोजन था। शादी में आरसीपी सिंह और नीतीश दोनों शामिल हुए, लेकिन दोनों ने एक दूसरे से दूरियां बनाई रखी।
दोनों एक ही जगह बैठे लेकिन बीच में मंत्री अशोक चौधरी बैठे रहे। दोनों के हाव-भाव से दिख रहा था कि रिश्ता अब पहले वाला नहीं रहा। इससे पहले आरसीपी सिंह सीएम नीतीश के साथ साये की तरह रहते थे।
लेकिन केंद्र में मंत्री बनने के बाद से ही सीएम नीतीश से उनकी दूरी बढ़ती गई।
राज्यसभा चुनाव को लेकर शुक्रवार को मुख्यमंत्री आवास पर जेडीयू नेताओं-मंत्रियों की बैठक हुई। बैठक के बाद मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि राज्यसभा चुनाव को लेकर बैठक बुलाई गई थी।
उनसे पूछा गया कि क्या आरसीपी सिंह फिर से राज्यसभा जायेंगे? इस पर सीएम नीतीश के खास मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि इसके लिए मुख्य़मंत्री नीतीश कुमार को अधिकृत किया गया है!
इससे पहले ललन सिंह ने भी मीडिया के सामने कह चुके हैं कि राज्यसभा सीट पर सीएम नीतीश कुमार स्वयं फैसला लेंगे।
वहीं राजनीतिक गलियारे में चर्चा है कि ललन सिंह आरसीपी सिंह को फिर से राज्यसभा नहीं भेजना चाहते हैं क्योंकी वे मोदी और अमित शाह के बहुत नजदीक हो गए हैं !
दोनों के बीच महत्वाकांक्षा को लेकर कई बार टकराव दिख चुका है।
वहीं सीएम नीतीश भी इस बार आरसीपी सिंह को पत्ता काटने का मन बना चुका है। इस बीच शादी में आरसीपी सिंह और सीएम नीतीश का शामिल होना और एक दूसरे से दूरियां बनाए रखना कुछ और ही बयां कर रहा है।—– अशोक ठाकुर |
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