JSSC CGL Exam 2024: सीजीएल परीक्षा की जांच शुरू, कमेटी ने शिकायतकर्ताओं को दोबारा बुलाया
JSSC CGL Exam 2024 झारखंड में जेएसएससी सीजीएल परीक्षा की जांच शुरू हो गई है। इसके लिए राज्यपाल की ओर से आदेश दिए गए थे। जेएसससी के सचिव उपसचिव और परीक्षा नियंत्रक ने मामले में जांच शुरू की है। इसके लिए अब शिकायतकर्ताओं को दोबारा बुलाया गया है। कमेटी एक हफ्ते में अपनी रिपोर्ट सौंपने के लिए कहा गया है।
राज्यपाल की ओर से जेएसएससी सीजीएल परीक्षा की जांच के आदेश दिए जाने के बाद झारखंड कर्मचारी चयन आयोग ने कमेटी का गठन कर अनियमितता की जांच शुरू कर दी है।
जेएसएससी की ओर से आरोपों की जांच के लिए आयोग के सचिव सुधीर कुमार गुप्ता की अध्यक्षता में कमेटी गठित की गई है, जिसमें आयोग की संयुक्त सचिव मधुमिता कुमारी तथा उप सचिव सह परीक्षा नियंत्रक अरविंद कुमार लाल सदस्य बनाए गए हैं।
एक सप्ताह में मिलेगी रिपोर्ट
कमेटी एक सप्ताह में जांच रिपोर्ट देगी। कमेटी ने अपना काम शुरू करते हुए छह शिकायतकर्ताओं को 30 सितंबर को आयोग कार्यालय में बुलाया है। इनमें दो कोचिंग संचालक तथा चार अभ्यर्थी सम्मिलित हैं।
राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने अभ्यर्थियों द्वार की गई शिकायत की जांच को लेकर गुरुवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन तथा आयोग को पत्र लिखकर मामले की जांच करने को कहा था। वहीं, कई अभ्यर्थियों ने भी गुरुवार को आयोग के सचिव से मिलकर गड़बड़ियों की जानकारी दी थी।
उन्होंने गड़बड़ियों के कुछ साक्ष्य भी सौंपे थे। इससे पहले आयोग के अध्यक्ष प्रशांत कुमार ने अभ्यर्थियों द्वारा साक्ष्य सौंपने पर जांच की बात कही गई थी। आयोग ने इन छह शिकायतकर्ताओं को पत्र भेजकर कहा है कि उनके द्वारा उपलब्ध कराए गए पेन ड्राइव एवं सीडी का मूल स्रोत नहीं बताया गया है।
शिकायतकर्ताओं को बुलाया
पेन ड्राइव और सीडी से उसके मूल स्रोत का भी पता नहीं चल पा रहा है। इसलिए सभी शिकायतकर्ता 30 सितंबर को फिर से आयोग में उपस्थित होकर मूल स्रोत को लेकर स्थिति स्पष्ट करें, ताकि जांच की आगे की कार्रवाई पूरी का जा सके। इन सभी को उक्त तिथि को शाम तीन बजे आयोग कार्यालय में बुलाया गया है।
अभ्यर्थियों के प्रतिनिधिमंडल के रूप में इन शिकायतकर्ताओं ने 26 सितंबर को आयोग के सचिव से मिलकर उन्हें इस परीक्षा की गड़बड़ी से संबंधित एक पेन ड्राइव, एक सीडी तथा 54 पृष्ठ के दस्तावेज सौंपे थे।
आरोप- परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक हुआ
बताते चलें कि 21 व 22 सितंबर को संपन्न झारखंड संयुक्त स्नातक स्तरीय प्रतियोगिता परीक्षा-2023 को लेकर कुछ अभ्यर्थियों ने पूर्व की परीक्षाओं में पूछे गए कई प्रश्नों को एकमुश्त इस परीक्षा में भी सम्मिलित किए जाने के आरोप लगाए हैं।
हालांकि, आयोग ने अबतक इसे अनियमितता नहीं माना है। वहीं कई अभ्यर्थियों ने रांची तथा धनबाद के कुछ केंद्रों पर परीक्षा से पहले एक-एक छात्र द्वारा दूसरे छात्र से मोबाइल पर उत्तर लिखने के आरोप भी लगाए हैं। अभ्यर्थियों के अनुसार, प्रश्नपत्र लीक हुआ है।
दूसरी तरफ, आयोग का कहना है कि यह परीक्षा पूरी तरह फूलप्रूफ संपन्न हुई है। परीक्षा के विभिन्न चरणों की प्रक्रिया इतनी मजबूत थी कि प्रश्नपत्र लीक होना संभव नहीं है। इस परीक्षा को कदाचार मुक्त करने को लेकर एक निश्चित अवधि तक दो इंटरनेट भी बंद कर दिया गया था।