सम्मेलन के अंतिम दिन (28 मार्च) को 02 टेक्निकल सत्र का आयोजन किया गया।
दरभंगा। सम्मेलन के अंतिम दिन (28 मार्च) को 02 टेक्निकल सत्र का आयोजन किया गया | जिसमें नई – शिक्षा नीति के अंतर्गत स्कूली शिक्षकों की स्थिति पर चर्चा की गई तथा सम्मेलन के अंत में समापन समारोह का आयोजन किया गया।
जिसकी शुरुआत संचालक सचिव प्रो0 डॉ0 डी0 एन0 सिंह के स्वागत भाषण से किया गया। इस सत्र की मुख्यअतिथि मिथिला विश्वविधायलय की प्रति कुलपति डॉक्टर डॉली सिन्हा ने शिक्षक की भूमिका एवं नई शिक्षा नीति के क्रियान्वयन में शिक्षक शिक्षकों के महत्व पर प्रकाश डालते हुए।
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विशेष अतिथि के रुप में संबोधन करते हुए, महाविद्यालय के अध्यक्ष कौशल इमाम हाशमी मूलपरक शिक्षा पर प्रकाश डाला। इस सत्र में अच्छा शोध पत्र प्रस्तुत करने पर डॉक्टर प्रेरणा मनधावन तथा डॉ० अखिलेश कुमार मिश्र को प्रो० मोहम्मद मियां तथा प्रो० पी० के० साहू सम्मान के रूप में प्रशस्ति पत्र तथा रू5000/- की धनराशि प्रदान की गई।
प्रो० डॉ० अफाक हाशमी द्वारा संगोष्ठी की विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत किया तथा बतलाया कि संगोष्ठी में 350 आलेख प्राप्त हुए तथा 176 आलेख अलग-अलग सत्रों में प्रस्तुत किया गया। जो नई शिक्षा नीति 2020 के क्रियान्वयन में काफी सहायता प्रदान करेगा। सभा में महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ० एम० हसन महाविद्यालय, महावि|kलय के सचिव डॉ० शारीक हुसैन उपस्थित रहे।
नई शिक्षा नीति की गुणवत्ता पर अपने विचार प्रस्तुत किए। सभा की अध्यक्षता I. A. T. E. के अध्यक्ष प्रो० मोहम्मद मियां ने किया। अपने संबोधन में उन्होंने संगोष्ठी की सफलता हेतु महाविद्यालय की कार्यप्रणाली की सराहना की। धन्यवाद ज्ञापन संगोष्ठी के संयोजक डॉ० आई० हक ने किया, जिसमें उन्होंने विस्तारपूर्वक सभी को धन्यवाद ज्ञापन दिया। सभा का संपादन कॉलेज के तराना एवं राष्ट्रीय गान से किया गया।
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