अंग्रेजी विभाग एवं राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के तत्वावधान में तीन दिवसीय स्वर्ण जयंती समारोह.
दरभंगा पर्यावरण संवर्धन हरित तकनीकी के प्रोत्साहन से संभव – मंजू चतुर्वेदी महाविद्यालय संगीत विभाग, मेहंदी और वाद-विवाद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया ।
वाद- विवाद प्रतियोगिता के लिए ‘तकनीकी विकास और हमारा पर्यावरण’ चर्चा के विषय के रूप चयन कर दिया गया। रंगोली के विषय वस्तु के रूप में जल, जीवन और हरियाली को आधार वाक्य के रूप में प्रस्तुत किया गया।
बुधवार के प्रतियोगिताओं में 45 छात्र- छात्राओं ने भाग लिया।
प्रतियोगिता के हर एक विधाओं में से 3- 3 छात्र छात्रा प्रतिभागियों को उनकी प्रस्तुति के आधार पर विजेता घोषित किया जाएगा।
इस अवसर पर उपस्थित प्रतिभागियों, महाविद्यालय के शिक्षक एवं कर्मियों को संबोधित करते हुए प्रधानाचार्य डॉ मंजू चतुर्वेदी ने अपने अध्यक्षीय भाषण में कहा कि हरित क्रांति के साथ हरित तकनीकी के विकास से जल, जीवन और हरियाली का संरक्षण ही नहीं, पर्यावरण संवर्धन में हरित तकनीकी अहम रूप से सहायक सिद्ध होगा।
आज के निर्णायक मंडल में मैथिली विभागाध्यक्ष डॉ. उषा चौधरी, संगीत विभाग की डॉ ममता रानी ठाकुर, उर्दू विभाग से डॉ जेबा प्रवीण और नफासत कमाली शामिल हैं ।
कार्यक्रम पदाधिकारी डा. कालि दास झा के निर्देशन में आयोजित आज के कार्यक्रम के संचालन में महाविद्यालय राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवक नीलांबर ठाकुर, ओम राज, सुमन कुमार सिंह, स्मृति, मगन कुमार पासवान, तृप्ति, अनुज कुमार आदि की सक्रिय भागीदारी रही।
आज के सत्र का प्रमुख आकर्षण महाविद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ मंजू चतुर्वेदी, डॉ उषा चौधरी, जेबा प्रवीण छात्र प्रतिभागियों के संगत सहकर्मी के तौर पर मेहंदी प्रतियोगिता में हुई।
For More Updates Visit Our Facebook Page
Also Visit Our Telegram Channel | Follow us on Instagram | Also Visit Our YouTube Channel