सड़क किनारे ट्रक लगाकर हो रही थी खाद की कालाबाजारी।
ग्रामीणों ने किया जमकर हंगामा। पुलिस की पहल पर मामला हुआ शांत नहीं पहुंचे प्रखंड के कोई अधिकारी।
दरभंगा। सदर प्रखंड के गौसाघाट बदिया पुल के पास रविवार की सुबह एक खाद विक्रेता के द्वारा यूरिया खाद लदी ट्रक को खड़ी कर वहां से खाद की कालाबाजारी की जा रही थी। जिसके कारण स्थानीय ग्रामीणों ने वहां जमकर हंगामा किया। हंगामा होने के बाद खाद दुकानदार गाड़ी छोड़कर भाग गया।
खाद की कालाबाजारी की सूचना मिलने के बावजूद विभिन्न कारणों का हवाला देते हुए वहां बीडीओ,बीएओ नहीं पहुंचे। काफी देर बाद पुलिस के पहुंचने पर सरकारी दर पर लोगों को खाद उपलब्ध करवाने का आश्वासन मिला। तब जाकर मामला शांत हुआ। खाद की कालाबाजारी करने का आरोप गौशाघाट के विक्रेता दर्शन खाद बीज भंडार के प्रोपराइटर राम उदगार यादव पर लगाया गया है।
स्थानीय मोसीमुर एवं कवरिया गांव के निवासी बबलू यादव, देव शरण यादव, रामसेवक यादव, प्रमोद यादव, अशोक यादव, सुभाष यादव, हरेंद्र यादव आदि दर्जनों ग्रामीणों ने बताया कि खाद विक्रेता राम उदगार के पुत्र देबू द्वारा प्रति बैग 500 रुपया लेकर यूरिया खाद दिया जा रहा है। जबकि इसका सरकारी दर 266 रुपया है।
बताया जाता है कि दर्शन खाद बीज भंडार के प्रोपराइटर अपने दुकान से आधा किलोमीटर दूर बदिया पुल पर सड़क किनारे खाद लदी ट्रक को खड़ा किया था। वहीं से अधिक मूल्य देने वाले लोगों को खाद दी जा रही थी। जबकि उसके दुकान के बाहर में किसान आधार कार्ड लेकर खाद के लिए भटक रहे थे।
जब लोगों को बदिया पुल के पास ट्रक से खाद बेचे जाने की जानकारी मिली तो दर्जनों की संख्या में लोग वहां खाद लेने पहुंचे। लेकिन खाद को लेकर 500 रुपया मांगे जाने पर ग्रामीण भड़क गए। वे लोग वहां पर हंगामा करने लगे। ग्रामीणों के आक्रोशित होते ही दुकानदार वहां से खाद लदी गाड़ी छोड़कर भाग गया।
मामले की जानकारी बीडीओ विजय कुमार सौरभ को दी गई। लेकिन उन्होंने परीक्षा ड्यूटी में व्यस्त रहने के कारण तत्काल कुछ करने में असमर्थता जताया। कुछ लोगों ने प्रभारी प्रखंड कृषि पदाधिकारी कमरे आलम को फोन से इसकी जानकारी दें उन्होंने अपने आदमी को भेजने की बात कही।
तब तक वहां गाड़ी के पास बड़ी संख्या में ग्रामीण जमा होकर हंगामा कर रहे थे। काफी देर बाद वहा थानाध्यक्ष पवन कुमार सिंह पहुंचे। उन्होंने ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि निर्धारित मूल्य पर ही उन लोगों को खाद दिलवाया जाएगा। खाद की गाड़ी के ड्राइवर को बुलाकर गाड़ी को वहां से खाद दुकान के पास ले जाया गया। लोगों का हुजूम खाद दुकान के सामने जमा हो गया। लेकिन दुकान अंदर से बंद था।
थानाध्यक्ष ने दुकानदार से बात कर लोगों को सरकारी दर पर खाद देने का निर्देश दिया। इस दौरान वहां खाद लेने के लिए अफरा तफरी मची हुई थी। थानाध्यक्ष के द्वारा वहां जुटे लोगों का आधार कार्ड जमा करावाया गया। बारी बारी से किसानों को निर्धारित मूल्य पर पुलिस की देखरेख में खाद का वितरण शुरू हुआ।
तब जाकर धीरे-धीरे वहां मामला शांत हुआ। इस संबंध में पूछे जाने पर कमरे आलम ने बताया कि खाद की कालाबाजारी की सूचना मिली थी। हमने अपने स्टाफ को भिजवाया था। मामले की जांच करा कर दुकानदार पर कार्रवाई की जाएगी।
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