युद्ध के बीच जानवरों की जान बचा रहे मसीहा:ISIS से लोहा ले चुका है ब्रिटिश योद्धा, शेर-भेड़िए को बचाने को किया 2000KM का सफर
रूस-यूक्रेन जंग में यूक्रेनियाई लोग अपनी जान की परवाह किए बिना जिस तरह से अपने पेट्स को संभाल रहे, वो काबिले-ए-तारीफ है। वहां से कई ऐसी खबरें आईं, जहां लोगों ने देश छोड़ने से मना कर दिया। क्योंकि वो अपने पेट्स को छोड़ नहीं सकते थे। ऐसे में एक शेर और भेड़िए का रेस्क्यू चर्चा का विषय बना हुआ है। इन दोनों को बचाने के लिए टिम लॉक्स और उनके दो दोस्तों ने बहुत ही हिम्मत दिखाई है।
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शेर और भेड़िए को बचाने के लिए 2000 किमी दूर आए टिम
45 साल के टिम लॉक ब्रिटिश नागिरक हैं। इराक में ये कुर्द लड़ाकों से साथ मिलकर आईएसआईएस के खिलाफ लड़ चुके हैं। एक संरक्षणवादी से बातचीत के दौरान उन्हें यूक्रेन के चिड़ियाघर में फंसे शेर और भेड़िए के बारे में पता चला। फिर टिम और उनके दो दोस्तों ने युद्धग्रस्त यूक्रेन के फ्रंटलाइन एरिया से उन्हें बचाने का तय किया है। शेर ‘सिंबा’ और भेड़िया ‘अकेला’ को बचाने के लिए इन लोगों ने करीब 2,000 किमी की दूरी तय की। चार दिन तक चले इस रेस्क्यू ऑपरेशन में टिम ने अपने वैन से उन्हें युद्ध क्षेत्र के पार पहुंचाया।
टिम और उनके दोस्त सिंबा और अकेला को बचाने के लिए रात-दिन बारी-बारी से ड्राइविंग कर यूक्रेन पहंचे थे।
सिंबा-अकेला को वैन में कैसे रखना है क्रेन चालक को समझाने में लगे 3 घंटे
टिम ने रेस्क्यू ऑपरेशन की जानकारी अपने फेसबुक प्रोफाइल पर दी है। सिंबा और अकेला को क्रेन के सहारे उनके पिंजरे से निकालकर फोर्ड ट्रांजिट वैन में रखा गया। इसे पूरे प्रॉसेस को पूरा करने में 3 घंटे का समय लगा। रेस्क्यू के दौरान भाषा एक बड़ी समस्या थी। एक बार उनकी जगह फिक्स करने के बाद वैन को शहर से बाहर तक पुलिस एस्कॉर्ट दिया गया। शहर में कर्फ्यू लगने के ठीक पहले ट्रांजिट वैन को बाहर निकाला गया। इसके बाद चारों 24 घंटे ड्राइव करके उन्हें रोमानिया ले गए।
सिंबा और अकेला को वैन के पिछले हिस्से में कैसे रखना है इसके लिए क्रेन चालक और टीम के बीच ट्रांसलेटर की मदद ली गई।
चेक पाॅइंट्स गार्ड को यकीन नहीं हुआ कि गाड़ी में शेर है
यूक्रेन से निकलते समय चेक प्वाइंट्स पर गार्ड्स पूछताछ कर रहे थे। जब टिम उन्हें बताते कि कार्गो में शेर है तो उनके लिए यकीन करना मुश्किल होता। एक गार्ड ने तो ये तक कहा कि वहां युद्ध चल रहा है, मजाक का समय नहीं है। फिर टिम उस गार्ड को वैन के पिछले हिस्से में ले जाकर असली शेर दिखाकर लाए। टिम बताते हैं कि हम सारे ही एक-दूसरे को पूरी रास्ते याद दिलाते रहे कि वैन के पिछले हिस्से में एक शेर और एक भेड़िया है। जब हम पीछे मुड़कर देखते तो वे हमारे कंधों के ऊपर थे।
मिशन पूरा करने के बाद तीनों दोस्त यूक्रेन में लोगों की मदद करने के लिए वापस लौट रहे हैं।
हमने उन्हें सही-सलामत रोमानिया के उत्तर पूर्वी स्थित राडौती के एक चिड़ियाघर में छोड़ चाय-बिस्किट के साथ अपनी सफलता का जश्न मनाया।
source:bhasker.com
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